भाईओं,
अगर आपको मेरी ढूँडी हुई कहानिया पसंद आ रहीं है तो ज़रा उंगलिया उठाइए, और रेप्स का बटन दबाइए . बाँकी ज़िंदगी हसीन
होगी, रातें रंगीन होंगी , ये वादा है मेरा आपसे ! ! !
अरे चलिए रेप्स नहीं तो ना सही ... कम से कम ये तो बता दीजिए की कहानी में दम था या नहीं !! इतना जानने का हक तो बनता है छोटे भाई का - क्यूं ?
आगे की कहानी कुछ देर बाद बयान करूँगा ...
आपका स्विंगी